अकसर आपने चूहों को अपने घर में या आस-पास उछलते कूदते देखा होगा। दिखने में ये चूहे जितने मासूम से लगते हैं ये जीव उतने ही शरारती होते हैं। लेकिन मध्य प्रदेश के एक गांव में इन चूहों ने तो मानो आतंक सा मचाया हुआ है। यही नहीं ये चूहे इंसानो के मांस खाने के आदी हो चुके है। दरअसल मध्य प्रदेश के हामूखेड़ी गांव की बस्ती में रहने वाले करीब 250 लोगों में से 50 की उम्र पार कर चुके कई लोग कुष्ठ रोग से पीड़ित हैं। कुष्ठ रोग के कारण उनकी हाथ पैर की उंगुलियां सिकुड़ गई हैं और शरीर के कई हिस्से सुन्न पड़ गए हैं। इस वजह से जब उनके शरीर को जंगली चूहे खाते हैं तो उन्हें पता ही नहीं चलता।
ये चूहे कमज़ोर लोगों को ही अपना शिकार बनाते हैं जिससे इनकी तादात बढ़ रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि उनके यहां कोई डॉक्टर भी नहीं है, जिनसे वो इलाज करवा सकें। एक डॉक्टर था तो वो रिटायर हो गया, जिसके बाद कोई भी यहां नहीं आया। इसी गांव में 80 साल की मांगूबाई कुष्ठ रोग से पीड़ित है। एक दिन मांगूबाई जब सुबह उठी तो उसके दाएं पैर की दो अंगुलियां नहीं थीं। पैर के घाव पर मक्खियां भिनभिना रही थीं। धीरे-धीरे उसके हाथ-पैर में जख्म बढ़ते गए और मांस गायब होता रहा।