दरअसल बाड़मेर प्लेटफार्म पर कई बार ट्रेन के अपने आप दौडऩे की घटनाएं हो चुकी हैं। बाड़मेर से उत्तरलाई की तरफ रेलवे ट्रैक की ढलान होने के कारण प्लेटफॉर्म पर खड़ी ट्रेन चल पड़ती है। इस तरह की पिछले तीन साल में तीन बड़ी घटनाएं हुई हैं।
इसके बाद अब रेलवे ने नया ट्रैक तैयार किया है ताकि ऐसे हादसे दोबारा न हों। जिस ट्रेन को इस स्टेशन में हॉल्ट करना होता है, उसे सुरक्षित रखने के लिए ऐसा किया जाता है। ट्रेन के प्लेटफार्म पर आते ही पहले कर्मचारी ब्रेक लॉक लगाते हैं।