कामांडो का नाम सुन कर आपके ज़हन में भी एक हट्टे-कट्टे नौजवान की तस्वीर बन जाती होगी। लेकन भारतीय सेना में ये महला एक कमांडों की तरह अच्छे अच्छों को मार गिराती है। ये महिला देश की पहली महिला कमांडो हैं। जिसका नाम सीमा राव है। यूं तो यही परिचय इस भारतीय शेरनी के लिए काफी है, लेकिन बहादुरी को बयां करने वाले हर शब्द भी इनके लिए कम पड़ जाएंगे।
मार्शल आर्ट की सबसे कठिन सात डिग्री ब्लैक बेल्ट चैंपियन रह चुकी इस शेरनी के जीवन का एक ही लक्ष्य है भारतीय सेना में जबांज योद्धाओं की ‘फौज’ खड़ी करना। पिछले 20 साल में ट्रेनिंग से सीमा ने हजारों कमांडो सेना को दिए हैं। सीमा की ओर से तैयार कमांडो कारगिल युद्ध में पाकिस्तानी सेना को धूल चटा चुके हैं। खास बात है कि सीमा का काम ट्रेनिंग देना नहीं है, फिर भी वे एक रुपया लिए बिना भरतीय सेना को कमांडो की ट्रेनिंग दे रही हैं। दुनिया में मार्शल आर्ट की जो सबसे कठिन सर्टिफिकेट होती है, उसे अब तक दुनिया की 10 महिलाओं ने ही हासिल किया है। उसमें एक नाम भारत की इस बहादुर महिला डॉ. सीमा राव का भी है।