प्रेरणा स्कूल से स्कॉलर प्रोग्राम के तहत जानकी एक साल के लिए अमेरिका गई। इस एक साल में जानकी हमेशा एसी में रही बीएमडब्लू और ऑडी जैसी कारों में घूमीं।शॉपिंग के लिए अमेरिका के मॉल और मार्केट में घूमी।प्रोग्राम ख़त्म होते ही जानकी को वापस आना पड़ा। एक साल अमेरिका में रहकर वापस यहां के माहौल में एडजेस्ट करना मुश्किल हो रहा था।अब स्टडी हॉल से बीबीए कर रही है।
जानकी एक सक्सेसफुल एचआर बनना चाहती हैं और परिवार को एकोनोमिकली सपोर्ट करके एक घर खरीदना चाहती हैं।वह आत्मनिर्भर बनना चाहती हैं। समाज में फैली कुरीतियों को दूर करना चाहती है जानकी को अमेरिका की लाइफ स्टाइल पसंद है।वो कहती हैं वहां महिलाओं को पूरी आजादी है, किसी तरह की कोई कुरीति नहीं है।वहां के लोग अपने देश को साफ सुथरा रखने में यकीन रखते हैं।
घरों में काम करने वाले बच्चों को पढ़ाने वाले तो बहुत मिल जाते हैं, लेकिन इस लायक बनाना कि वह बच्चा विदेश जाकर पढ़ाई करें यह बहुत ही कम देखने को मिलता है।